नहावन के दौरान 18 साल के युवक की डूबकर मौत

बेमेतरा। शहर के माता भद्रकाली तालाब में नहावन के दौरान 18 साल के युवक दीप निर्मलकर की डूबकर मौत हो गई। वहीं एक बच्चे की जान को बचा लिया गया।

इस मामले में नगरपालिका प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। जिसमें तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए किए गए बेतरतीब गड्ढे में युवक की डूबने से मौत हो गई। अब परिजन जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार मृतक अपने चाचा रघुनंदन निर्मलकर के अंतिम कार्यक्रम में शामिल होने पिकरी स्थित मुक्ति धाम पहुंचा था। यहां सुबह 11.30 बजे अंतिम कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सभी रिश्तेदार नहावन कार्यक्रम के लिए माता भद्रकाली तालाब पहुंचे।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा के अनुसार नगर पालिका प्रशासन व ठेकेदार की लापरवाही भारी पड़ी है। जिसमें तालाब के सौंदर्यकरण के लिए बेतरतीब ढंग से मुरूम मिट्टी निकाली गई। इस ओर नगर पालिका इंजीनियर व ठेकेदार की ओर से ध्यान नहीं दिया गया और बारिश में तालाब भरने के कारण यह हादसा हुआ है।

यहां नहावन के दौरान एक युवक व एक बच्चा गहरे तालाब में उतर गए और डूबने लगे। इस दौरान वार्ड के कान्हा साहू, हिमांशु साहू 11 साल को बचाने में कामयाब रहा। तालाब से बाहर निकालने पर हिमांशु ने दीप निर्मलकर के डूबने की जानकारी दी। इसके बाद परिजन व धीवर समाज के लोग युवक की खोजबीन करने तालाब में उतरे। जिसमें करीब 20 मिनट बाद युवक मिला। जिसे इलाज के लिए तुरंत जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। कान्हा साहू ने बताया कि हिमांशु को डूबता देख उसे बचाने के लिए तालाब में उतरा, जिसमें बड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को बचा लिया गया।

मृत युवक के परिजन पोस्टमार्टम नहीं करने को लेकर अड़ गए। इसे लेकर जिला अस्पताल में हंगामा होता रहा। परिजनों के अनुसार का पूजा-पाठ व महामृत्युंजय मंत्र के जाप से युवक जीवित हो जाएगा। महिलाएं घर में मंत्र का जाप करने लगी। काफी समझाने के बावजूद वे मानने को तैयार नहीं थी। शाम को परिवार की महिलाओं के मानने के पश्चात शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मंगलवार कर पोस्टमार्टम पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया गया।

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