हादसे के बाद युवक को गंभीर अवस्था में लिफ्ट होल से निकालने के लिए एसडीआरएफ की मदद ली गई। टीम ने रस्सी के जरिए होल में उतरकर राजा बान्दे को बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। फिलहाल शव को सुपेला अस्पताल के मरच्यूरी में रखा गया है और सुपेला पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, हादसा सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच हुआ। राजा बान्दे तीसरी मंजिल पर लिफ्ट का इंतजार कर रहा था। लिफ्ट का दरवाजा खुला देखकर उसने मान लिया कि लिफ्ट उसी फ्लोर पर है और उसने जैसे ही पैर आगे बढ़ाया, वह सीधे लिफ्ट होल में गिर गया। वह पहली मंजिल पर लिफ्ट की छत से टकराया और बुरी तरह घायल हो गया।
इस घटना ने चौहान स्टेट में लिफ्ट की मेंटेनेंस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चार महीने पहले भी इसी परिसर में विनय गुप्ता (32) नामक युवक की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो चुकी है। तब भी लिफ्ट की खराबी और सुरक्षा में लापरवाही सामने आई थी।
ताजा हादसे में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जब लिफ्ट नीचे मौजूद थी, तब तीसरे माले का दरवाजा कैसे खुला? यह सीधे-सीधे मेंटेनेंस फेलियर और सेफ्टी सिस्टम की चूक की ओर इशारा करता है।
स्थानीय लोगों और व्यवसायियों में इस दोहराए गए हादसे को लेकर रोष है। लोगों ने मांग की है कि लिफ्ट के मेंटेनेंस और संचालन के लिए जिम्मेदार एजेंसी पर कड़ी कार्रवाई हो। सुपेला थाना पुलिस ने मौके का मुआयना कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
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