रायपुर,07 जून 2025 मानसून को ध्यान में रखेत हुए शिवरीनारायण स्थित महानदी (बाबाघाट) में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए मॉकड्रिल (पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। जांजगीर कलेक्टर कलेक्टर जन्मेजय महोबे एवं पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय ने मौके पर पहुंचकर तैयारियों की।
मॉकड्रिल के दौरान एसडीआरएफ और नगर सेना की संयुक्त टीम ने उपलब्ध बचाव सामग्री का प्रयोग कर बाढ़ और अग्नि आपदा से निपटने का अभ्यास किया। इस डेमो में मोटर बोट, स्क्यूबा डाइविंग, लाइफ जैकेट, सर्च लाइट समेत अन्य आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया। मॉकड्रिल में यह भी बताया गया कि घरों में मौजूद सामान्य वस्तुओं जैसे ड्रम, मटका, प्लास्टिक की बोतल, ट्यूब आदि से कैसे राफ्ट और अस्थायी लाइफ जैकेट बनाकर आपात स्थिति में लोगों की जान बचाई जा सकती है।
कलेक्टर महोबे ने तैयारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले की आपदा राहत टीम पूरी तरह से सतर्क और सक्षम है। उन्होंने कहा कि मॉकड्रिल जैसे अभ्यास आपदा प्रबंधन के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं, जिससे रेस्क्यू टीमों को वास्तविक परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने का अभ्यास होता है। यह न केवल प्रशासन को तैयार करता है, बल्कि आम नागरिकों को भी जागरूक करता है कि आपदा के समय उन्हें क्या कदम उठाने चाहिए।
पुलिस अधीक्षक पांडेय ने कहा कि मॉकड्रिल के जरिए टीमों की तैयारियों की समीक्षा की गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की योजनाबद्ध अभ्यास से आपदा के समय प्रशासन और आम नागरिक मिलकर बेहतर तालमेल से जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
जिला सेनानी योग्यता साहू ने जानकारी दी कि बिलासपुर एसडीआरएफ और नगर सेना जांजगीर की संयुक्त टीम गठित की गई है। उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल में बाढ़, डूबने की घटना, फंसे हुए लोगों के रेस्क्यू और अग्निकांड की सूचना मिलने पर कम से कम समय में प्रतिक्रिया देने का अभ्यास किया गया। साथ ही नागरिकों को यह भी सिखाया गया कि घर-गांव में पड़ी अनुपयोगी वस्तुओं की मदद से आपातकालीन स्थिति में खुद को कैसे सुरक्षित किया जा सकता है।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर आर. के. सिंह तंबोली, एसडीएम सुब्रत प्रधान सहित एसडीआरएफ और नगर सेना की टीमों के जवान व अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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