नई दिल्ली/रायपुर। संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के अवसर पर विकसित भारत–रोजगार एवं आजीविका गारंटी मिशन (ग्रामीण) 2025 (VB–जी राम जी) विधेयक पर कांग्रेस व विपक्ष द्वारा उठाई गई आपत्तियों को लेकर रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
सांसद अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस द्वारा यह आरोप लगाना कि सरकार महात्मा गांधी से नफरत करती है और इसलिए मनरेगा का नाम बदला गया है, पूरी तरह निराधार और भ्रामक है। उन्होंने कहा कि यदि किसी योजना का संक्षिप्त नाम “जी राम जी” हो जाता है तो इसमें आपत्ति का कोई औचित्य नहीं है। प्रभु श्रीराम सर्वव्यापी हैं—गांव-गांव में, घर-घर में, घट-घट में विराजमान हैं। उनके नाम से जुड़ी योजना से लोगों में नैतिकता और जवाबदेही बढ़ेगी तथा कोई भी व्यक्ति गड़बड़ी करने से पहले सौ बार सोचेगा।
अग्रवाल ने कहा कि यह विधेयक देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, रोजगार और आजीविका के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से लाया गया है। कांग्रेस और विपक्ष यदि वास्तव में इतने असहज थे तो उन्होंने इस विधेयक पर हुई लंबी चर्चा में भाग क्यों लिया? 12-12 घंटे, 10-10 घंटे और 8-8 घंटे तक चर्चा चली, सभी को अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिला।
उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी की आत्मा गांव में बसती थी, उनका सपना ग्राम विकास का था। इस विधेयक के माध्यम से गांवों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। साथ ही, गांधी जी की आत्मा में राम बसते थे और इस विधेयक से उनकी आत्मा को भी संतोष मिलेगा।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि VB–जी राम जी मिशन किसी नाम का नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत के सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और आत्मनिर्भर गांवों के निर्माण का संकल्प है, और भाजपा सरकार इस संकल्प को पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूरा करेगी।
बृजमोहन अग्रवाल ने सत्र के सफल आयोजन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा अध्यक्ष सी पी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी सांसदों और अधिकारियों कर्मचारियों का आभार जताते हुए धन्यवाद दिया है।


0 Comments